उत्तराखंड में कुदरत का कहर जारी है। भारी बारिश और भूस्खलन से प्रदेश को काफी नुकसान हुआ है। उत्तराखंड में भारी बारिश की वजह से कई लोगों की मौत दर्ज की गई है। जबकि राहत और बचाव कार्य जारी है। भारी बारिश के बाद आए भूस्खलन की वजह से मकानों में दरारें देखने को मिल रही हैं। जिसके बाद प्रशासन ने लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का काम शुरू कर दिया है।
भूस्खलन के बाद घरों में आ रही दरार
देहरादून जिले की विकासनगर तहसील के लांघा जाखन गांव में भूस्खलन के बाद 15 घर और 7 गौशालाएं पूरी तरह नष्ट हो गई हैं। जाखन गांव में 16 परिवारों के 50 लोग रहते हैं। घटना के दौरान किसी जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं है। सभी प्रभावित लोगों को पचता गांव के एक स्कूल में बनाए गए राहत शिविरों में ले जाया गया है। भारी बारिश के बाद भूस्खलन के कारण सड़कें भी धंस गई हैं।
मलबे में दबे सभी 5 शव बरामद
जबकि ऋषिकेश के लक्ष्मण झूला थाना अंतर्गत मोहन चट्टी में पिछले चार दिनों के रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। एसडीआरएफ और प्रशासन की टीमों ने मलबे में दबे सभी पांच शवों को बरामद कर लिया है।
मद्महेश्वर घाटी में चलाया जा रहा रेस्क्यू ऑपरेशन
रुद्रप्रयाग के मद्महेश्वर घाटी में फंसे लोगों को बचाने के लिए एसडीआरफ की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है। रुद्रप्रयाग पुलिस ने ट्वीट कर बताया, “हेलीकॉप्टर की मदद से मद्महेश्वर घाटी में फंसे लोगों को बचाने का अभियान शुरू हो गया है। नानू में एक अस्थायी और वैकल्पिक हेलीपैड स्थापित किया गया है, जहां लोग पैदल पहुंच रहे हैं। उन्हें रांसी गांव पहुंचाया जा रहा है, जहां से वे आगे बढ़ रहे हैं।”
जोशीमठ में गिरी इमारत, 3 लोगों को किया गया रेस्क्यू
जोशीमठ के हेलंग गांव में एक इमारत गिर गई है, घटना के समय मकान में सात मजदूर मौजूद थे, एसडीआरफ की टीम ने उनमें से तीन लोगों को बचाया है और घायलों को उपचार के लिए भेज दिया है। बचाव अभियान जारी है।
मूसलाधार बारिश होनी की संभावना
इन दिनों उत्तराखंड में मानसूनी बारिश जमकर तबाही मचा रही है। मौसम विभाग ने अपने अपडेट में बताया कि उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में अगले 24 घटों में मूसलाधार बारिश देखने को मिल सकती है। यहां गर्जना के साथ तेज हवा के कारण तूफान की भी चेतावनी दी गई है।