राजस्थान में सियासी सरगर्मी तेज है। इसी बीच कांग्रेस के बीच जारी अंदरूनी कलह खुलकर सामने आ गई। पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने मंगलवार को अशोक गहलोत पर निशाना साधा। सचिन पायलट ने कहा, ‘मैंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का धौलपुर का भाषण सुना, उसे सुनकर ऐसा लगता है कि उनकी नेता सोनिया गांधी नहीं, वसुंधरा राजे हैं।सचिन पायलट ने कहा, ‘एक तरफ यह कहा जा रहा है कि हमारी सरकार को गिराने का काम भाजपा कर रही थी, दूसरी तरफ कहा जाता है कि हमें बचाने का काम वसुंधरा राजे कर रही थी।’ इस बयान में काफी विरोधाभाष है। आप कहना क्या चाहते हैं, आपको स्पष्ट करना चाहिए। पायलट ने कहा कि मुझ पर कई तरह के आरोप लगाए गए। मुझे निकम्मा, गद्दार और न जाने क्या-क्या बोला गया।पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा कि मैं अब ना उम्मीद हो चुका हूं, संघर्ष यात्रा निकालूंगा। सचिन पायलट ने 5 दिन की पदयात्रा का ऐलान किया।
हम राजस्थान में नेतृत्व परिवर्तन चाहते थे: सचिन पायलट
साल 2020 में हुई बगावत का जिक्र कर सचिन पायलट ने कहा, ‘हम सरकार में नेतृत्व परिवर्तन चाहते थे। हमने अपनी बातों को पार्टी हाईकमान के सामने रखा। कई दौर की बैठक के बाद एक कमेटी बनाई गई। जिसमें एक रोडमैप तैयार किया गया। इसके बाद हम सभी लोगों ने कांग्रेस को मजबूत करने के लिए पूरी मेहनत से काम किया। ढाई साल का ये कार्यकाल हुआ, उसमें अनुशासन तोड़ने का कोई काम हमारे द्वारा नहीं किया गया।
मैं ढाई साल से सब सुन रहा था, लेकिन चुप था: सचिन पायलट
पायलट ने कहा कि हम पर आरोप लगाए गए। हम अपनी पार्टी और सरकारी की छवि को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहते थे, लेकिन वे अपनी ही सरकार को, विधायकों को बदनाम करने का काम कर रहे हैं। ये काम गलत है। पायलट ने कहा कि हम सब दिल्ली गए थे, अपनी बात को रखने के लिए। किन लोगों पर आरोप लगाए जा रहे हैं, जो पब्लिक लाइफ में 30-40 साल से हैं। सचिन पायलट ने कहा, ‘मैं ढाई साल से यह सब सुन रहा था, लेकिन हम चुप थे, क्योंकि हम अपनी पार्टी को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहते थे, लेकिन अपने ही विधायकों और नेताओं को बदनाम करना और भाजपा का गुणगान करना मेरे समझ से परे है।
21 मई से जन संघर्ष यात्रा निकालेंगे पायलट
पायलट ने कहा, ‘मैं 11 मई को अजमेर से एक जन संघर्ष यात्रा निकालूंगा और हम जयपुर की तरफ आएंगे। यह 125 किमी की यात्रा होगी। सही निर्णय तब लिए जाएंगे जब जनता का पूरा साथ होगा।’ उन्होंने कहा कि मैं जनता के बीच जाऊंगा और मुद्दे उठाऊंगा। यह यात्रा भ्रष्टाचार के खिलाफ होगी।
राजस्थान के धौलपुर में रविवार को सीएम अशोक गहलोत ने पायलट गुट पर निशाना साधा था। कांग्रेस के भीतर प्रतिद्वंद्वियों पर निशाना साधते हुए गहलोत ने कहा था कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और भाजपा के दो अन्य नेताओं ने 2020 के संकट के दौरान उनकी सरकार को बचाने में मदद की थी। जब कांग्रेस के कुछ विधायकों ने विद्रोह किया था और उनकी सरकार को गिराने की कोशिश की।
जानिए गहलोत के बयान पर वसुंधरा राजे ने क्या कहा
अशोक गहलोत के इस बयान के बाद राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया ने उनके बयान का खंडन किया था। वसुंधरा राजे ने कहा था कि मेरे खिलाफ अशोक गहलोत का बयान एक साजिश है। अशोक गहलोत ने जितना अपमान किया है, उतना कोई मेरा अपमान नहीं कर सकता। वह 2023 के विधानसभा चुनाव हारने के डर से झूठ बोल रहे है। उन्होंने इस तरह के झूठे आरोप लगाए क्योंकि वह अपनी ही पार्टी में बगावत से बौखलाए हुए हैं।’