लोक सभा चुनाव को लेकर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस ने राजधानी में संगठन को मजबूत बनाने के लिए बड़े बदलाव किए हैं। प्रदेश की टीम में संगठन के स्तर पर कई नए पदाधिकारी शामिल किए जाएंगे। प्रदेश कांग्रेस ने शुक्रवार को यह निर्णय लिया है। नए पदों में विधान सभा क्षेत्र अध्यक्ष, मंडल अध्यक्ष और सेक्टर अध्यक्ष बनाए जांएगे। उदयपुर नव संकल्प शिविर में किए गए चिंतन के बाद पार्टी में प्रदेश स्तर पर संगठन के मौजूदा ढांचे को लेकर कई सवाल उठे थे, जिसके बाद आला कमान ने यह बदलाव करने का फैसला किया था।
नेताओं और कार्यकर्ताओं को और अधिक जवाबदेह बनाया जाएगा
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रभारी व पूर्व विधायक अनिल भारद्वाज ने कहा कि संगठन के लिए जमीनी स्तर पर काम करने वाले नेताओं और कार्यकर्ताओं को और अधिक जवाबदेही बनाने के लिए पार्टी ने संगठन के मौजूदा ढांचा में बदलाव कर कई नए पदों का सृजन किया गया है। भारद्वाज ने बताया कि प्रदेश में अध्यक्ष, जिला अध्यक्ष, विस अध्यक्ष, ब्लाक, मंडल व सेक्टर अध्यक्ष और बूथ अध्यक्ष हांगे।
संगठन में दो मंडल अध्यक्ष बनाए जांएगे
विस, मंडल और सेक्टर अध्यक्ष का संगठन में नया पद सृजित किया गया है। संगठन में दो मंडल अध्यक्ष बनाए जांएगे, जिनके पास 20-25 ब्लाक की जिम्मेदारी होगी। वहीं, मंडल अध्यक्ष को सहयोग करने के लिए सेक्टर अध्यक्ष बनाए जाएंगे, जिनको 10-12 ब्लाक की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
इसके लिए दिल्ली प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया और प्रदेश अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार के नेतृत्व में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया है। इसके लिए प्रदेश अध्यक्ष ने शुक्रवार को एक जिला स्तर पर परिसीमन समितयों का गठन भी कर दिया है और पदाधिकारियों के नामों का ऐलान कर दिया गया है।
वहीं, परिसीमन समिति के सदस्य व पूर्व विधायक विजय लोचव ने कहा कि पिछले दिनों प्रदेश प्रभारी के साथ हुई बैठक में यह निर्णय लिया है। समिति को बूथ स्तर से लेकर सभी पदाधिकारियों के साथ समन्वय बैठकर आगामी 10-15 दिनों के भीतर एक रपट बनानी है और प्रदेश को सौंपनी है? उन्होंने कहा कि इसके लिए सभी 14 जिलों में इंचार्ज भी बनाए गए हैं, जिसमें पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी गई है।