उत्तराखंड में यमुनोत्री धाम जा रहे मध्य प्रदेश के श्रद्धालुओं की एक बस रविवार शाम को उत्तरकाशी जिले में डायटा के पास अनियंत्रित होकर करीब 500 फीट गहरी खाई में जा गिरी। बताया जा रहा है कि बस में चालक और एक सहयोगी समेत 30 लोग सवार थे। इस हादसे में 26 लोगों की मौत हो गई, जबकि बाकि गंभीर रूप से घायल हुए हैं। दो लोग अभी लापता है। उनकी तलाश में राहत एवं बचाव कार्य जारी है। राज्य के डीजीपी अशोक कुमार ने हादसे की पुष्टि की है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता मुहैया कराने की बात की है।
सभी यात्री मध्यप्रदेश के पन्ना जिले के बताए जा रहे हैं। ये सभी यात्री उत्तराखंड में चार धाम की यात्रा पर निकले थे। इनकी यात्रा आज ही शुरू हुई थी और पहले दिन ये यमुनोत्री दर्शन के लिए जा रहे थे। हादसे को लेकर बताया जा रहा है कि उत्तरकाशी जिले डायटा के पास बस अनियंत्रित होकर पहले एक पेड़ से टकराई और फिर उसे तोड़ते हुए गहरी खाई में जा गिरी।
उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस, एसडीआरएफ, फायर सर्विस की टीमें मौके पर पहुंची और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके पर मौजूद है।
बस में 28 यात्री सवार थे। उनके नाम इस प्रकार हैं- राजकुमार (38), राजकुंवर (58), मेनका प्रसाद (56), सरोज (54), बद्री प्रसाद (63), करन सिंह (62), उदय सिंह (63), हक्कीराजा (60), चरनकली (61), मोतीलाल (62), बलदेव (77), कुसुमबाई (77), अनील कुमारी (50), करन बिहारी (69), प्रभा बाई (63), शकुंतला बाई (60), पार्वती बाई (62), शीलाबाई (61), विश्वकांत (39), चंद्रकला बाई (57), कंछेदीलाल (62), राजाबाई (59), धनीराम (72), कर्णबाई (57), विन्द्रावन (61), कमला बाई (59), रामसखी बाई (63), गीताबाई (55) सभी मप्र के पन्ना जिले के रहने वाले थे।