बिहार की राजधानी पटना में विपक्षी दलों की मीटिंग खत्म हो गई है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, विपक्षी दलों की अगली मीटिंग अब शिमला में हो सकती है। दावा किया जा रहा है कि शिमला में होने वाली मीटिंग दो दिनों तक चलेगी। बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में नीतीश कुमार ने कहा कि सभी पार्टियों ने अपनी बात रखी। काफी अच्छी मुलाकात रही। एकसाथ चलने की बात हुई है। सभी पार्टियों की अगली मीटिंग जल्द ही होगी।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सभी नेता एकसाथ चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। शिमला में एजेंडे के लिए अगली मीटिंग होगी। उन्होंने कहा कि यह मीटिंग 10 से 12 जुलाई के बीच होगी। हमें हर राज्य में अलग-अलग तरीके से काम करना होगा। एकजुट होकर 2024 की लड़ाई हमें लड़नी है और बीजेपी को हराना है। हम इसमें कामयाब होंगे।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने कहा कि हिंदुस्तान की नींव पर हमला हो रहा है। हम सब एकसाथ खड़े हैं। हम लोगों में थोड़े मतभेद जरूर हैं लेकिन हम एक साथ काम करेंगे और अपनी विचारधारा की रक्षा करेंगे। आज की बातचीत को हम और गहराई में लेकर जाएंगे। विपक्षी की एकता आगे बढ़ने जा रही है।
ममता बोलीं- एकजुट हैं हम, एकसाथ लड़ेंगे चुनाव
राहुल के बाद ममता बनर्जी ने कहा कि पटना में बहुत अच्छी तरह से मीटिंग हुई है। इस मीटिंग में शरद पवार जैसे सीनियर नेता शामिल हुए और कई बड़े नेता हैं। इस मीटिंग के लिए मैंने नीतीश कुमार को बोला था। बहुत सारे आंदोलन पहले पटना से शुरू हुए। इसलिए मैंने नीतीश जी को पटना से शुरू करने के लिए बोला था। हम एकजुट हैं। हम एकसाथ चुनाव लड़ेंगे। हम एकजुट होकर लड़ेंगे। मोदी सरकार ने मीडिया को कंट्रोल किया है।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि हमारे बीच में मतभेद हो सकते हैं लेकिन हम देश को बचाने के लिए एकसाथ आए हैं। हम तानाशाही लाने वालों के खिलाफ हैं। आज शुरुआत हुई है, आगे भी अच्छा होगा। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि हिंदुस्तान गांधी का देश है, हम इसे गोडसे का देश नहीं बनने देंगे। उमर अब्दुल्ला ने कहा कि कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक की पार्टियों ने इस मीटिंग में हिस्सा लिया। यह उसूलों की लड़ाई है, विचारधारा की लड़ाई है। हम मिल चुके हैं, इस देश को बर्बादी से बचाने के लिए, लोकतंत्र को दोबारा जिंदा करने के लिए। मैं और महबूबा मुफ्ती इस मुल्क के उस बदनसीब इलाके से संबंध रखते हैं, जहां लोकतंत्र खत्म किया जा रहा है।