प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (2 अगस्त) को देशवासियों से एक खास अपील की। उन्होंने कहा कि सभी लोग अपने सोशल मीडिया अकाउंट की ‘प्रोफाइल’ तस्वीर में तिरंगा को लगाएं। दो दिन पहले पीएम मोदी ने आकाशवाणी के मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 91वें संस्करण में देशवासियों से संवाद करते हुए ‘हर घर तिरंगा’ अभियान का उल्लेख किया था और कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव को मनाने के लिए सब लोग तिरंगा को लहराएं। साथ ही 14 दिन तक अपनी प्रोफाइल में तिरंगा लगाएं। मंगलवार को उन्होंने सबसे पहले खुद ऐसा करके लोगों से भी इसे लगाने की अपील की।
उन्होंने ट्विटर पर लिखा, “आज 2 अगस्त विशेष है! ऐसे समय में जब हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं, हमारा देश #HarGharTiranga के लिए तैयार है, जो हमारे तिरंगे को मनाने के लिए एक सामूहिक आंदोलन है। मैंने अपने सोशल मीडिया पेजों पर डीपी बदल दी है और आप सभी से भी ऐसा करने का आग्रह करता हूं।”
कहा- आजादी का अमृत महोत्सव एक जन आंदोलन का रूप ले रहा है
उन्होंने मन की बात कार्यक्रम में कहा, “आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत 13 से 15 अगस्त तक, एक खास अभियान – ‘हर घर तिरंगा- हर घर तिरंगा’ का आयोजन किया जा रहा है। मेरा एक सुझाव ये भी है…इस दौरान आप अपने घरों में तिरंगा जरूर फहराएं।” कहा कि इस बार के स्वतंत्रता दिवस पर भारत अपनी आजादी के 75 वर्ष पूरे कर रहा है। हम सभी इस अद्भुत और ऐतिहासिक पल के गवाह बनने जा रहे हैं। इसके साथ ही आजादी का अमृत महोत्सव एक जन आंदोलन का रूप ले रहा है। कार्यक्रम के तहत 13 से 15 अगस्त तक जनभागीदारी से घरों के ऊपर तिरंगा फहराया जाएगा और सरकारी एवं निजी प्रतिष्ठान भी इसमें शामिल होंगे।
पीएम मोदी ने ट्विटर पर पिंगली वेंकैया को भी याद किया। कहा- “मैं महान पिंगली वेंकैया को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। हमें तिरंगा देने के उनके प्रयासों के लिए हमारा देश हमेशा उनका ऋणी रहेगा, जिस पर हमें बहुत गर्व है। तिरंगे से शक्ति और प्रेरणा लेते हुए हम राष्ट्र की प्रगति के लिए कार्य करते रहें।”
इससे पहले मन की बात में उन्होंने भीकाजी कामा के प्रति भी आभार जताया। कहा- “मुझे महान क्रांतिकारी मैडम कामा को भी याद करना चाहिए। हमारे तिरंगे को आकार देने में उनकी अहम भूमिका थी।” मैडम भीकाजी कामा ने अगस्त 1907 में जर्मनी में भारतीय तिरंगा को फहराया था। उन्होंने अपने क्रांतिकारी साथियों के साथ मिलकर पहली बार झंडे को बनाया था।