झारखंड में इन दिनों अवैध खनन मामला सुर्खियों में हैं। इस केस की आंच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के करीबियों तक भी पहुंच गई है। इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय का एक्शन जारी है। बुधवार को ताबड़तोड़ छापेमारी के बीच गुरुवार को ईडी की बड़ी कार्रवाई देखने को मिली है। ईडी ने प्रेम प्रकाश को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत ये कार्रवाई की है। इससे पहले बुधवार को प्रेम प्रकाश के घर पर छापेमारी के दौरान दो AK -47 राइफल मिलने से सनसनी फैल गई थी। हालांकि प्रेम प्रकाश का कहना है कि ये राइफल पुलिसवालों ने ही उनके यहां रखी।
प्रेम प्रकाश को झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन का करीबी माना जाता है। झारखंड में अवैध खनन मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रही ईडी ने बुधवार के झारखंड समेत कई राज्यों में रेड की। इस दौरान बिहार, तमिलनाडु, दिल्ली और एनसीआर के कुछ इलाके प्रमुख रूप से शामिल थे।
ये छापेमारी झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा और उनके करीबी बच्चू यादव से पूछताछ के बाद शुरू की गई थी। ईडी इन दोनों ही नेताओं को अवैध खनन मामले में पूछताछ के लिए पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
हथियार मिलने से मची सनसनी
वहीं बुधवार को ईडी ने प्रेम प्रकाश से जुड़े कई ठिकानों पर रेड की। दरअसल ईडी को प्रेम प्रकाश पर अवैध खनन घोटाले में शामिल होने का संदेह है। लेकिन इस मामले में मोड़ तब आया जब प्रवर्तन निदेशालय ने रेड के दौरान रांची में प्रेम प्रकाश के घर से दो AK 47 राइफल, 60 कारतूस और दो मैगजीन बरामद की थीं।
प्रेम प्रकाश के घर कैसे पहुंची AK-47
झारखंड पुलिस का दावा है कि प्रेम प्रकाश के घर मिलीं AK -47 राइफल दो पुलिस कांस्टेबल की है। प्रेम प्रकाश के घर से इन हथियारों के बरामद होने के बाद पुलिस ने भी एक्शन लेते हुए दोनों कांस्टेबल को निलंबित कर दिया है।
मिली जानकारी के मुताबिक, ये दोनों पुलिस कांस्टेबल रांची जिला बल के लिए काम करते हैं, लेकिन 23 अगस्त को अपनी ड्यूटी खत्म कर जब वे अपने घर वापस जा रहे थे, तेज बारिश की वजह से वे कुछ समय के लिए प्रेम प्रकाश के यहां रुके थे। उनकी पहचान वहां पर किसी स्टाफ से थी, ऐसे में उन्होंने अपनी-अपनी राइफल अलमारी में रखी और चाभी लेकर चले गए।
राइफल लेने आए तो ईडी की छापेमारी शुरू हो चुकी थी
दूसरे दिन जब दोनों कांस्टेबल अपनी राइफल लेने के लिए प्रेम प्रकाश के घर पहुंचे तो नजारा बदल चुका है। वहां ईडी की छापेमारी शुरू हो चुकी है। ऐसे में उस समय डर के कारण इन कांस्टेबल ने अपनी राइफल मौके से नहीं ली।