उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले से जनमाष्टमी के दिन एक बुरी खबर सामने आई। दरअसल वृंदावन के प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर में भगदड़ मचने से 2 लोगों की मौत हो गई। देर रात हुए इस हादसे में लोग दर्शन के लिए पहुंचे थे। भीड़ अधिक होने के चलते कई श्रद्धालु साल में एक बार होने वाली मंगला आरती के दौरान बेहोश होकर गिर पड़े।
मथुरा एसएसपी अभिषेक यादव ने बताया, “मथुरा के बांके बिहारी मंदिर में मंगला आरती के दौरान मंदिर के निकास द्वार पर एक भक्त बेहोश हो गया। जिससे भक्तों की आवाजाही रुक हो गई। चूंकि भारी भीड़ थी, इसलिए परिसर के अंदर नमी के कारण कई लोगों का दम घुट रहा था। ऐसे में भगदड़ मचने से 2 लोगों की जान गई है।” बता दें कि पहचान नोएडा निवासी निर्मला देवी और जबलपुर मूल के वृंदावन वासी राजकुमार के रूप में हुई है।
वहीं मंदिर के सेवादारों ने दावा किया कि वीआईपी के नाम पर अधिकारियों ने अपना रुतबा दिखाया और अपने परिजनों को विशेष सुविधाएं प्रदान की।इससे व्यवस्था चरमरा गई। चश्मदीदों का कहना है कि पुलिस के एक बड़े अधिकारी अपनी मां के साथ दर्शन करने पहुंचे थे। मथुरा रिफाइनरी के एक बड़े पुलिस अधिकारी 7 परिजनों के साथ मंगला आरती में मौजूद थे। फिलहाल इन दावों का प्रशासन ने खंडन किया है।
दरअसल मथुरा में वृंदावन के प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर में शुक्रवार रात मंगला आरती देखने के लिए लोगों की अधिक भीड़ जमा हुई थी। इसी दौरान भगदड़ मच गई। जिसके चलते दो श्रद्धालुओं की दम घुटने से मौत हो गई है। इसमें कई श्रद्धालु घायल भी हुए हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस दौरान प्रशासन की तरफ से किए गए इंतजाम बेमतलब साबित हुए।
इससे पहले कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर सैकड़ों विदेशियों सहित स्थानीय श्रद्धालु भी भारी संख्या में मथुरा के प्रसिद्ध मंदिरों में पूजा-अर्चना की और धूमधाम से श्रीकृष्ण जन्मोत्सव में भाग लिया। इस दौरान हजारों श्रद्धालु श्रीकृष्ण जन्मस्थान के विशाल प्रांगण में दिन की शुरुआत से ही शहनाई और ढोल की धुन पर नृत्य किया और भक्ति भाव में रमे रहे। मथुरा के प्रमुख चौराहों को विशेष रूप से इस अवसर के लिए सजाया गया था।