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बिहार में अपराधियों को पकड़ने आई UP पुलिस को बदमाशों ने कुत्तों से कटवाया, तीन जवान जख्मी

बिहार में अपराधियों का हौसला कितना बुलंद है, इसका एक उदाहरण आज राजधानी पटना से सामने आया है। पटना में अपराधियों को पकड़ने के लिए पहुंची यूपी पुलिस को आरोपियों ने पकड़कर न केवल पीटा बल्कि एक कमरे में बंद कर उनपर जर्मन शेफर्ड छोड़ दिए। आरोपियों की पिटाई और कुत्ते के हमले से यूपी पुलिस के तीन जवान जख्मी हो गए। जिन्हें इलाज के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

मिली जानकारी के अनुसार यूपी पुलिस बिहार की राजधानी पटना में ट्रेन में चोरी करने वाले गिरोह को पकड़ने के लिए फुलवारी शरीफ पहुंची थी। जहां आरोपियों ने पुलिस वालों को लाठी-डंडे से पीटा। उसके बाद एक कमरे में बंद कर के उनके ऊपर जर्मन शेफर्ड कुत्ता छोड़ दिया। कुत्ते के काटने से एक दरोगा सहित दो सिपाही बुरी तरह जख्मी हो गए। हालांकि बाद में पुलिस ने मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

रांची के यात्री ने दर्ज कराई थी शिकायत

बताया गया कि ट्रेन से 12 लाख रुपए के जेवरात की चोरी की शिकायत रांची निवासी मुकेश पांडेय ने दर्ज कराई थी। पुलिस शिकायत के अनुसार बीते 6 जून को मुकेश मगध एक्सप्रेस के AC कोच सफर कर रहे थे। उसी कोच में पटना के फुलवारी के रहने वाले संजय अग्रवाल भी यात्रा कर रहे थे। कानपुर में ट्रेन से उतरते समय संजय मुकेश का बैग लेकर उतर गया। उस बैग में 12 लाख रुपए के जेवरात थे।

कानपुर सेंट्रल जीआरपी की टीम पर हुआ हमला

जब मुकेश को बैग चोरी की जानकारी मिली तो उन्होंने कानपुर सेंट्रल स्टेशन उतर कर जीआरपी में केस दर्ज कराया। जिसके बाद जीआरपी कानपुर सेंट्रल की टीम मामले की छानबीन में जुटी थी। केस की जांच कर रहे अधिकारी अब्बास हैदर और उनके साथ आए मो. इमरान, लाल सिंह और शैलेन्द्र कुमार और स्थानीय पुलिस ने आरोपी संजय की गिरफ्तारी के लिए गोपाल नगर स्थित उसके घर पर छापेमारी की। जब पुलिस उसके घर पहुंची तो आरोपी संजय, उसकी पत्नी मंजु गुप्ता और उसके बेटे सन्नी कुमार समेत अन्य लोगों ने मारपीट शुरू कर दी।

आरोपी के बेटे ने रॉड से दारोगा पर किया हमला

सन्नी ने रॉड से दारोगा के सिर पर हमला कर दिया, जिसके कारण उसका सिर फट गया और वह खून से लथपथ हो गए। इतना ही नहीं, आरोपी ने अपने जर्मन शेफर्ड कुत्ते को भी पुलिस पर हमला करने के लिए छोड़ दिया। मगर दरोगा अब्बास ने किस तरह से आरोपी को पकड़कर स्थानीय पुलिस को सौंपा। जब मारपीट की सूचना थानेदार को लगी तो उन्होंने पुलिस बल भेज कर उन लोगों को घर से निकाला और दारोगा को इलाज के सीएचसी भेज दिया।

8 दिन पहले से जेल से बाहर आया है आरोपी

बाद में बिहार पुलिस की मदद से संजय अग्रवाल, उसकी पत्नी मंजु गुप्ता और उसके बेटे सन्नी कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अभी चोरी हुए गहने तो बरामद नहीं कर सकी है। लेकिन यह जानकारी मिली कि संजय पर चोरी के कई मामले दर्ज है। वह 8 दिन पहले ही वो जमानत पर छूटा था। संजय पर राउरकेला ,रांची ,प्रयागराज ,दिल्ली समेत अन्य स्टेशनों में मामला दर्ज है।

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