रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ यौन शोषण की सात शिकायतें दर्ज की गई हैं। इसी मामले में चार राज्यों के 125 लोगों की गवाही भी दर्ज की गई है। इन्हीं में से एक हैं कॉमनवेल्थ गोल्ड मेडलिस्ट पहलवान अनीता, जिन्होंने शिकायतकर्ता के पक्ष में गवाही देते हुए बताया कि किस तरह बृजभूषण सिंह ने उनके साथ एक ही कमरे में रहने वाली लड़की के साथ शोषण किया।
पहलवान ने विदेश से अनीता को किया था फोन कॉल
अनीता ने साल 2010 में दिल्ली में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीता था। उन्होंने बताया कि सीनियर कैंप में उनके साथ रहने वाली पहलवान के साथ विदेश में शोषण हुआ जिसे लेकर एफआईआर दर्ज कराई गई है। अनीता ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा, ‘चैंपियनशिप में रेसलर ने गोल्ड मेडल जीता था। वह वहां से घर नहीं गई और सीधा पटियाला के कैंप में आ गई। उन्होंने मुझे विदेश से ही कॉल किया था, उसने मुझे फोन पर कहा कि दीदी बहुत ऐसी बात हो गई है मैं आके बताऊंगी आपको कुछ, बहुत बुरा काम है यहां तो।’
बृजभूषण ने कमरे में बुलाकर लगाया था गले
जब शिकायत करने वाली पहलवान पटियाला में अनीता से मिली तो उसने पूरी कहानी बताई। अनीता ने कहा, ‘उसने बताया कि प्रतियोगिता खत्म होने के बाद वह अपने कमरे में लौट गई थी। इसके बाद फीजियो ने उन्हें फोन करके कहा कि प्रेजिडेंट साहब (बृजभूषण सिंह) तुमसे मिलना चाहते हैं। इस बात से वह बहुत घबरा गई थी क्योंकि पहले ही बृजभूषण फोन करके उसे परेशान कर चुका था। वह तब कहता था कि वह उसे सप्लीमेंट देगा अगर वह लड़की सेक्सुअल फेवर देगी। वह पहले से ही काफी असहज थी। कमरे में जाकर वह बृजभूषण से दूर बैठ गई। इसके बाद बृजभूषण ने उससे कहा कि ऐसा क्यों कर रही हो, तुम हमारी बिटिया हो, हमारे पास आओ। लड़की पास जाकर बैठी तो बृजभूषण ने उसे जबरदस्ती कसकर गले से लगा लिया। वह यह सब बताते हुए बहुत रो रही थी।’
फीजियो भी लगातार करता था कॉल
अनीता ने आगे कहा, ‘इस घटना से पहले भी बृजभूषण शरण सिंह उसे फोन करके परेशान करता था। वह कहता था हम तुम्हारी मदद करेंगे, हम से बात करो, वह उसे फोन करते थे और बात करने की कोशिश करते थे। शुरुआत में बृजभूषण खुद फोन करता था लेकिन फिर फीजियो फोन करता था और कहता था कि प्रेजीडेंट साहब तुम्हारे बारे में पूछ रहे हैं। मैं सोचती थी कि एक फेडरेशन का अध्यक्ष लड़की को इतना फोन क्यों करेगा।’
लड़कियों में नहीं है हिम्मत
ऐसे में अनीता ने लड़की से कहा कि वह इन सब चीजों को नजरअंदाज करे और फोन न उठाए क्योंकि उस समय अगर वह फोन उठाती है तो उसके करियर का अंत हो जाएगा। अनीता ने बताया कि उस समय किसी के अंदर इतनी हिम्मत नहीं होती थी कि कोई कैंप में मिल रहे खराब खाने की शिकायत करे, ऐसे में यौन शोषण की शिकायत करने के बारे में तो कोई भी सोच भी नहीं सकता था।