अडानी ग्रुप ने स्विट्जरलैंड के होल्सिम ग्रुप से 10.5 बिलियन डॉलर (81,000 करोड़) में भारत का सीमेंट करोबार खरीद लिया है। यह भारत के इन्फ्रास्ट्रक्चर और मटेरियल सेक्टर में अब तक का सबसे बड़ा अधिग्रहण है।
होल्सिम ग्रुप की भारत की सबसे बड़ी सीमेंट कंपनियों में से एक अंबुजा सीमेंट में 63.19 फीसदी हिस्सेदारी जबकि एसीसी सीमेंट में अंबुजा सीमेंट का 50.05 फीसदी हिस्सा है। इस मतलब जो भी अंबुजा सीमेंट को खरीदेगा उसे अपने आप ही एसीसी सीमेंट पर कंट्रोल मिल जाएगा।
इस डील के बाद अंबुजा और एसीसी सीमेंट का मालिकाना हक़ अडानी ग्रुप के पास चला जाएगा। दोनों सीमेंट को कंपनियों को खरीदने की रेस में अडानी के साथ सज्जन जिंदल की जेएसडब्ल्यू ग्रुप और कुमार मंगलम बिरला का बिरला ग्रुप भी शामिल था।
होल्सिम ग्रुप की ओर से इस डील पर कहा गया कि अडानी ग्रुप अंबुजा सीमेंट के लिए 385 प्रति शेयर और एसीसी सीमेंट के लिए 2300 रुपए प्रति शेयर चुकाएगा।
अंबुजा सीमेंट और एसीसी दोनों देश की चर्चित सीमेंट कंपनियां हैं। मौजूदा समय में दोनों कंपनियों के पास 70 मिलियन टन की सालाना सीमेंट उत्पादन क्षमता है जो इसे अल्ट्राटेक के बाद देश की दूसरा सबसे बड़ा सीमेंट उत्पादक बनाते हैं। होल्सिम ग्रुप ने 2005 में 800 मिलियन डॉलर में अंबुजा सीमेंट को खरीदा था। एसीसी सीमेंट को अंबुजा सीमेंट में तीन किस्तों में टाटा ग्रुप से 370 रुपए प्रति शेयर के भाव पर 1999 से 2001 के बीच में खरीदा था।