उदयपुर की घटना को लेकर सीएम अशोक गहलोत ने बुधवार को उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। उन्होंने कहा, “पुलिस अधिकारियों ने बताया कि प्रारम्भिक जांच में सामने आया कि घटना प्रथम दृष्टया आतंक फैलाने के उद्देश्य से की गई है। दोनों आरोपियों के दूसरे देशों में भी संपर्क होने की जानकारी सामने आई है।”
साथ ही सीएम ने ऐलान किया है कि सरकार ने आरोपियों की त्वरित गिरफ्तारी करने वाले पांच पुलिसकर्मियों तेजपाल, नरेन्द्र, शौकत, विकास और गौतम को आउट ऑफ टर्म प्रमोशन देने का फैसला किया है। वहीं, एनआईए ने कन्हैयालाल की हत्या के मामले में केस दर्ज कर लिया है।
गहलोत सरकार में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि घटना के बाद से मैं गुस्से से उबल रहा हूं। दोषियों को ठोक देना चाहिए। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, “एक निहत्थे व्यक्ति पर धोखे से चाकू मारकर हत्या करना महपाप है, धर्म कायरर्ता और धोखा नही सिखाता हत्या करने वालों को जब पुलिस ठोक के मारेगी तब दर्द का पता चलेगा। अपराधी कोई भी हो उसको फांसी पर लटकाना और क़ानून की ताक़त का एहसास कराना ज़रूरी है।”