कोरोना वायरस का खतरा जैसे ही थोड़ा सा कम हुआ है वैसे ही अब दूसरे वायरस के दस्तक देने की चिंता लोगों को सता सकती है। दरअसल WHO के डायरेक्टर जनरल टेड्रोस अधानोम घेब्रेयसस ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि इस साल डेंगू और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। इसकी असल वजह है मौसम का जरूरत से ज्यादा गर्म होना। हम सभी जानते हैं कि देश के कई राज्यों में गर्मी ने तांडव मचा रखा है। भीषण गर्मी की वजह से कई लोगों की मौत भी हो चुकी है। दुनिया भर में पड़ रहे भीषण गर्मी का मुख्य कारण है अल नीनो।
बता दें कि उष्ण कटिबंधीय प्रशांत क्षेत्र में समुद्री तापमान और वायुमंडलीय परिस्थितियों में आये बदलाव को एल नीनो कहा जाता है जो पूरे विश्व के मौसम को अस्त-व्यस्त कर देता है। गर्मी के मौसम में मच्छरों का आतंद भी बढ़ जाता है मच्छर इस वायरस को काफी तेजी से फैलाते भी हैं। इसी वजह से अल नीना वायरस अपना प्रकोप दिखा सकता है। उष्णकटिबंधीय बीमारियां पहले से ही साउथ अमेरिका के देशों में अपना तांडव दिखा रही हैं। अब भीषण गर्मी की वजह से एशिया में इसका खतरा बढ़ता जा रहा है।
डेंगू-चिगनगुनिया बढ़ाएगा टेंशन
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने यह चेतावनी दी है डेंगू-चिगनगुनिया की वजह से देश के हेल्थ सिस्टम पर काफी बुरा असर देखने को मिल सकता है। डेंगू के मामलों की बात करें तो जून के पहले सप्ताह में थाईलैंड में 19,503 मामले सामने आए थे। वहीं कंबोडिया और मलेशिया में भी डेंगू काफी तेजी से पैर पसार रहा है। इसके अलावा सिंगापुर में भी जून से अक्टूबर के बीच डेंगू-चिगनगुनिया के मामले बढ़ने की आशंका जताई जा रही ह