आम तौर पर खाप पंचायत की कहानियां पश्चिमी यूपी, हरियाणा और पंजाब जैसे राज्यों से सामने आती थी। लेकिन अब पंचायतों की मनमानी के मामले बिहार से भी सामने आने लगी हैं। ताजा मामला बिहार के सारण जिले से सामने आया है, जिसने कानून-व्यवस्था के साथ-साथ एक सभ्य समाज के सामने प्रश्नचिह्न खड़ा कर दिया है।
दरअसल सारण की घटना में एक जाति विशेष पर टिप्पणी किए जाने से नाराज पंचायत के गांव के कुछ युवाओं के सिर पर जूता-चप्पल रखवाकर उसे गांव में घुमाया। साथ ही पांच युवाओं को गांव से बाहर निकले का फरमान सुना दिया। घटना मंगलवार को सारण जिले के गरखा थाना क्षेत्र के मिठेपुर पंचायत में हुई। लेकिन पंचायत से मिली सजा की तस्वीरें और वीडियो आज वायरल हो रही है। जिसके बाद स्थानीय पुलिस ने मामले में जांच शुरू की है।
बताया जाता है कि सारण के मिठेपुर पंचायत में एक जाति विशेष कुछ युवाओं ने फेसबुक लाइव में जाकर दूसरी जाति के खिलाफ अभ्रद भाषा का प्रयोग किया। जिसके बाद पंचायत लगाकर समाज के कथित गण्यमान्य लोगों ने पीड़ित पक्ष के युवाओं को सजा सुनाई। सजा में पंचायत ने पीड़ित पक्ष के युवाओं को सिर पर जूता-चप्पल रखवाकर गांव में घुमाया। साथ ही पांच युवाओं को 11 महीने के लिए तड़ीपार (गांव से बाहर जाने का) होने का फरमान सुनाया।
बताया जाता है कि मिठेपुर पंचायत में एक जाति विशेष का वर्चस्व है। पंचायत में शामिल लोग इसी जाति से ताल्लुक रखते हैं। बताया गया कि कुछ दिन पहले फेसबुक पर लाइव आने के बाद युवकों पर जातिसूचक गाली दी थी। मामले में गरखा थाने के एसएचओ आरएस रावत ने कहा कि हमने युवकों के परिवारों के बयान दर्ज करने के लिए गांव में पुलिस भेजी है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो के आधार पर प्राथमिकी भी दर्ज की है। मामले की जांच चल रही है।