केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज यानी 23 जुलाई को संसद में मोदी 3.0 का पहला बजट पेश करेंगी. इस बजट को लेकर तमाम तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. आम आदमी से लेकर छात्रों, किसानों, टैक्सपेयर्स और उद्योगपतियों को इस बजट से काफी उम्मीदें हैं. बजट सत्र के पहले दिन ही सरकार ने साफ कर दिया है कि इस बार का बजट 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र के रूप में पेश करने पर केंद्रित होगा.
माना जा रहा है कि यह बजट 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का रोड मैप होगा. जो भारत को पांच ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने का ब्लू प्रिंट होगा.बजट में कुछ सेक्टर के लिए बड़े ऐलान हो सकते हैं. ऐसे में आइए जानते हैं मोदी 3.0 के पहले पूर्ण बजट में किन सेक्टर्स पर फोकस होगा…
इन पर रह सकता है फोकस
रोजगार पर फोकस
बजट में रोजगार पर फोकस रह सकता है. बीते दिन पेश किए गए इकोनॉमिक सर्वे में भी कहा गया है कि बढ़ती वर्कफोर्स की जरूरतों को पूरा करने के लिए भारतीय अर्थव्यवस्था को नॉन-एग्रीकल्चर सेक्टर में 2030 तक सालाना औसतन लगभग 78.5 लाख नौकरियां पैदा करने की जरूरत है. मतलब ये कि अगर इकोनॉमी की ग्रोथ बनाए रखनी है तो हर साल औसतन 78 लाख लोगों को रोजगार के मौके देने होंगे, जिससे डिमांड एंड सप्लाई में कमी नहीं आएगी और संतुलन बना रहेगा.