दिल्ली पुलिस की इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस (IFSO) यूनिट ने नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) से मिले इनपुट पर राजधानी में चाइल्ड पोर्नोग्राफी और पीडोफिलिया नेटवर्क के खिलाफ ऑपरेशन मासूम चलाया। दिल्ली पुलिस ने चाइल्ड पोर्नोग्राफी के खिलाफ एक बड़े अभियान के तहत 1050 प्राथमिकियां दर्ज कीं। इसके साथ ही 36 लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपी व्हाट्सएप और अन्य प्लेटफॉर्म के माध्यम से बाल यौन शोषण सामग्री साझा करते पाए गए।
105 मामले दर्ज, 36 आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने बताया कि राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के माध्यम से आईएफएसओ को बाल अश्लील सामग्री से जुड़े उल्लंघनों की सूचनाएं (सीटीआर या साइबर खुफिया सूचना) मिलीं। पुलिस उपायुक्त (आईएफएसओ) प्रशांत गौतम ने बताया कि इन सीटीआर के आधार पर दिल्ली के अलग-अलग थानों में 105 मामले दर्ज किए गए और अपराधियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई। उन्होंने बताया कि इस अभियान के दौरान 36 लोगों को गिरफ्तार किया गया है या पकड़ा गया है।
सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर अश्लील सामग्री
लापता और शोषित बच्चों के लिए राष्ट्रीय केंद्र (NCMEC) ने राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। इसके बाद दिल्ली पुलिस के साइबर सेल के साथ समन्वय किया। एनसीईएमसी का फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के साथ भी टाइअप है। यह एजेंसी विभिन्न उपकरणों का उपयोग करके इन सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर शेयर किए जा रहे कॉन्टेंट की निगरानी करती है। बच्चों से संबंधित किसी भी अश्लील सामग्री के मिलने पर संबंधित सुरक्षा एजेंसियों को अवगत कराती है।
चाइल्ड पोर्नोग्राफी के खिलाफ समन्वित कार्रवाई की शुरुआत पिछले साल दिसंबर में डीसीपी केपीएस मल्होत्रा ने की थी। बीते साल से दिल्ली पुलिस का यह दूसरा ऐसा ऑपरेशन है। दिल्ली पुलिस की इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑप्स (IFSO) यूनिट ने 2021 में 172 प्राथमिकियां दर्ज की थीं और 102 लोगों को पकड़ा था।