स्टेट बैंक ने अपनी उधारी दर (एमसीएलआर) की सीमांत लागत में 10 आधार अंकों की वृद्धि की है। नई दरें रविवार, 15 मई से प्रभावी होंगी। सार्वजनिक कर्जदाता बैंक ने पिछले एक महीने में यह दूसरी बार बढ़ोतरी की है। इन बढ़ोतरी के बाद अब आपको एसबीआई के कार, पर्सनल और होम लोन जैसे लोन पर अधिक ईएमआई भरना होगा।
बैंक द्वारा MCLR दरों में अचानक से की गई यह बढ़ोतरी एक ही महीने में बढ़कर 6.85 प्रतिशत हो गई है, जबकि इससे पहले यह 6.75 फीसदी थी। छह महीने के लिए एमसीएलआर 7.05 फीसदी से बढ़ाकर 7.15 फीसदी कर दिया गया है। इसी तरह एक साल के लिए एमसीएलआर को 7.10 फीसदी से बढ़ाकर 7.2 फीसदी कर दिया गया है। इसके अलावा दो साल के लिए एमसीएलआर 7.3 फीसदी से बढ़कर 7.4 फीसदी हो गई है। तीन साल के लिए दर 7.5 प्रतिशत कर दी गई है।
MCLR क्या है?
2016 में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा पेश किया गया, MCLR या मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड-आधारित उधार दर है, जो बैंकों के कर्ज का ब्याज दर तय करती है। यह एक न्यूनतम ब्याज दर है, जिसपर कोई बैंक ग्राहकों को लोन दे सकता है। एमसीएलआर दरें तय करते समय बैंक कैश रिजर्व रेशियो, फंड की सीमांत लागत, अवधि प्रीमियम और बैंक की परिचालन लागत को भी ध्यान में रखते हैं। कर्जदाता बैंक आम तौर पर मासिक आधार पर एमसीएलआर की समीक्षा करती है।
बैंक क्यों बढ़ा रहे हैं एमसीएलआर
केंद्रीय बैंक ने हाल ही में बढ़ती महंगाई को कंट्रोल करने के लिए एक ऑफ-साइकिल बैठक में रेपो दर में 40 आधार अंकों या 4.40 प्रतिशत की वृद्धि की है। रेपो रेट बढ़ने के बाद कई सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के बैंक अपने एमसीएलआर बढ़ा रहे हैं। वहीं विशेषज्ञों की ओर से यह भी माना जा रहा है कि MCLR अभी और अधिक बढ़ सकता है, क्योंकि रेपो रेट में बढ़ोतरी से बैंकों को झटका लगा है, जिसकी भरपाई के लिए ब्याज दर में बढ़ोतरी हो सकती है।
महंगा होगा लोन
SBI के MCLR में बढ़ोतरी के बाद पर्सनल लोन, होम लोन और ऑटो लोन की ब्याज दरों में बढ़ोतरी होना तय है। इस फैसले का असर उन लोगों पर पड़ेगा जिनके पास फ्लोटिंग रेट लोन है, फिक्स्ड इंटरेस्ट रेट लोन नहीं। MCLR में किसी भी तरह का बदलाव का सीधा असर ईएमआई पर पड़ेगा। एमसीएलआर जितना अधिक होगा, उधारकर्ताओं द्वारा भुगतान की जाने वाली ईएमआई उतनी ही अधिक होगी।रा ने पिछले हफ्ते तिमाही नतीजे की घोषणा करते हुए कहा कि बढ़ती ब्याज दर के माहौल से बैंक को निकट भविष्य में मार्जिन का समर्थन करने में मदद मिलेगी।