पाकिस्तान की महिला सीमा हैदर को वापस उसके मुल्क भेजा जाएगा. इसकी कानूनी कार्रवाई चल रही है. उत्तर प्रदेश के स्पेशल एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने ये बयान दिया है. उन्होंने बुधवार को कहा कि सीमा हैदर को पाकिस्तान डिपोर्ट करने की प्रक्रिया चल रही है. सीमा हैदर हिंदुस्तानी शख्स सचिन मीणा से प्यार करने के बाद उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में रह रही है. यूपी एटीएस उससे पूछताछ कर रही है और हर रोज इस मामले में नए खुलासे हो रहे हैं. सीमा हैदर पर पाकिस्तानी जासूस होने के आरोप लग रहे हैं.
प्रशांत कुमार ने कहा, हमारी कोई टीम जांच करने नेपाल नहीं जा रही है. सीमा हैदर से लगातार पूछताछ चल रही है. सभी एजेंसियां अपना-अपना काम कर रही हैं. ये मामला दो देशों से जुड़ा हुआ है. जब तक साक्ष्य नहीं मिल जाते कुछ भी कहना उचित नहीं है.
सीमा को लेकर नया खुलासा
इससे पहले सीमा हैदर को लेकर जांच एजेंसियों को बड़ा सबूत मिला है. सीमा को भारत में प्रवेश कराने के लिए किसी तीसरे ने मदद की है. सीमा को भारतीय परिधान पहनाकर प्रवेश कराया गया. खुफिया एजेंसी से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, आशंका है कि सीमा ने बकायदा पूरी तैयारी के साथ अपना ड्रेसअप इस तरीके से किया था कि वह ग्रामीण भारतीय महिला लगे, ना कि बाहर के देश की महिला और इस मेकओवर में पेशेवर लोगों की मदद ली गई थी.
सुरक्षा एजेंसियों की नजरों से बचने के लिए उसने अपने बच्चों को भी इसी तरीके से ड्रेस अप किया था. जांच एजेंसियों के मुताबिक, ऐसा ही तरीका ह्यूमन ट्रैफिकिंग यानि घरेलू सहायिका या जिस्मफरोशी रैकेट में शामिल महिलाएं भारत नेपाल सीमा पार करने में करती हैं. इसके अलावा जिस धाराप्रवाह भाषा में सीमा लगातार बात कर रही है ऐसी ट्रेनिंग नेपाल में मौजूद पाकिस्तानी हैंडलर उन महिलाओं को देते हैं, जिनको नेपाल बार्डर पार कराकर भारत में गैरकानूनी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए भेजा जाता है. भारतीय खुफिया और जांच एजेंसियों की जांच के दायरे में अब ऐसे एजेंट भी हैं जो इस तरीके की खास तैयारी कराते हैं.
दरअसल, अब भी ये पहेली बनी हुई है कि पाकिस्तान में रहते हुए सीमा हैदर को ये कैसे पता चला कि भारत मे नेपाल के किस पॉइंट से दाखिल होना मुमकिन है. ऐसे में जांच एजेंसियों की अब तक हुई जांच के मुताबिक, सीमा की किसी तीसरे शख्स ने मदद की. यही वजह है कि जांच के दायरे में अब ऐसे एजेंट भी हैं जो इस तरीके की खास तैयारी कराते हैं.
सूत्रों के मुताबिक ATS ने सीमा से पूछताछ के दौरान बातचीत में इस्तेमाल किए गए कोडवर्ड पर सवाल किए. ATS को शकक है कि बातचीत के दौरान सीमा अक्सर मैसेजिंग-चैटिंग के दौरान इस तरह के कोडवर्ड का इस्तेमाल किया करती थी. खुलासा बेहद सनसनीखेज है क्योंकि इस तरह के कोडवर्ड ISI और आतंकियों की ओर से किया जाता रहा है.
मतलब बिल्कुल साफ है, अगर सीमा पाकिस्तान के खुफिया एजेंसी का मोहरा है तो फिर भारत के खिलाफ किसी बड़ी साजिश में वह शामिल हो सकती है. फिलहाल यूपी ATS के साथ साथ दूसरी जांच एजेंसी मामले की जांच कर रही है. साथ ही इस बात पर भी फोकस किया जा रहा है कि आखिर सीमा को शुद्ध हिंदी बोलना किसने सिखाया. उसे हिंदू रीति-रिवाजों के बारे में कैसे पता चला. नोएडा तक पहुंचने में किन लोगों ने उसकी मदद की.