चांद्र की ओर कूच कर चुका भारत अब इतिहास रचने से कुछ घंटे दूर है। चंद्रयान 3 ने रविवार को फाइनल डीबूस्टिंग भी पूरी कर ली और चांद के बेहद करीब पहुंच गया। अब विक्रम लैंडर ने चांद की कई अद्भुत तस्वीरें भेजी हैं जो बताती हैं कि मिशन अपने उदेश्य की ओर फुल स्पीड से बढ़ चुका है।
पास से कैसा दिखता है चांद, तस्वीरें जारी
इसरो की तरफ से कुल चार तस्वीरें भेजी गई हैं जिसमें चांद काफी नजदीक से दिखाई दे रहा है। इससे पहले भी चंद्रयान की तरफ से लगातार चांद की तस्वीरें भेजी गई हैं। जब-जब डीबूस्टिंग कर निचली कक्षा में जाया गया, इसरो को चंद्रयान से नई तस्वीरें मिलती रहीं। अब ये हाल ही में भेजी गई सबसे करीब वाली फोटो है जिसमें चांद पर गड्ढे भी दिखाई पड़ रहे हैं, एक रोशनी भी दिख रही है और घोर अंधेरा भी छाया हुआ है।
डीबूस्टिंग तकनीक, सफलता बहुत करीब
जानकारी के लिए बता दें कि विक्रम लैंडर ने अंतिम डीबूस्टिंग भी पूरी कर ली है। यानी कि वो चांद की और ज्यादा निचली कक्षा में प्रवेश कर चुका है। बताया जा रहा है कि विक्रम अब सिर्फ चांद से 23 किलोमीटर की दूरी पर है। अब 23 अगस्त को चांद के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान की लैंडिंग होने जा रही है।
इस समय इसरो का सारा जोर इस बात पर है कि विक्रम की रफ्तार को नियंत्रण में रखा जाए। पिछली बार जब चंद्रयान 2 फेल हुआ था, उसका बड़ा कारण ये था कि विक्रम की चांद की सतह पर हार्ड लैंडिंग हुई थी यानी कि वो क्रैश कर गया था। अब डीबूस्टिंग कर धीरे-धीरे रफ्तार को कम किया गया है, इसी वजह से दूरी सिर्फ 23 किलोमीटर की रह गई है। यहां ये समझना जरूरी है कि चांद पर एक दिन धरती के 14 दिनों के बराबर होता है। ऐसे में 14 दिनों तक भारत का चंद्रयान चांद पर ही रहकर अपनी रिसर्च करने वाला है। विक्रम की तरफ से जो भी जानकारी साझा की जाएगी, वो आने वाले कई सालों की रिसर्स के लिए मददगार साबित होगी।