झरिया। घनुडीह ओपी अंतर्गत चीन कोठी निवासी दारा रजवार की 50 वर्षीय पत्नी कुसुम देवी की गुरुवार को कोयला खनन के दौरान मिट्टी पत्थर गिरने से मौत हो गई। सूचना मिलने पर बड़ी संख्या में आसपास के लोग घटना स्थल पहुंच मिट्टी को हटाकर किसी तरह से महिला की शव को निकाला। हालांकि उसके परिजन का कहना है कि काफी दिनों से वह बीमार थी इस कारण उसकी मौत हो गई है।
वही परिजनों ने मृतक का अंतिम संस्कार महोलबानी घाट दामोदर नदी में कराया। घटना के संबंध में घनुडीह ओपी प्रभारी पवन कुमार ने बताया कि किसी भी तरह का क्षेत्र में अवैध खनन नहीं की जा रही है, अगर इस तरह का घटना घटा भी है तो अभी तक किसी ने भी थाना में कोई लिखित शिकायत दर्ज नहीं कराया है। फिर भी मैं अपने स्तर से जांच पड़ताल करूंगा और अगर ऐसा पता चला तो निश्चित जांच पड़ताल कर कार्रवाई की जाएगी।
सूत्रों कि माने तो घनुडीह क्षेत्र भू धसान और अग्नि प्रभावित क्षेत्र होने के कारण आये दिन इस तरह की घटना घटते रहती है। पूर्व मे भी परमेश्वर चौहान नामक 30 वर्षीय युवक के गोप में गिरने से मौत हो गई थी।उसके बाद भी बीसीसीएल प्रबंधन गहरी नींद में सोती रहती है। धनुडीह परियोजना अग्नि प्रभावित क्षेत्र होने से प्रबंधन ने कई वर्ष पूर्व बंद कर दिया लेकिन पोखरिया की भराई आज भी नहीं की गई जिसके कारण अवैध कारोबारियों के लिए यह पोखरिया कामधेनु गाय बनकर बैठी हुई है।
वही अवैध कारोबार करने वाले लोगों द्वारा दैनिक मजदूरी करने वाले मजदूरों को कोयले की औना पौना रेट को देकर जान जोखिम में डलवा कर पोखरिया में कोयले की कटाई के लिए घुसेड़ देते हैं। जिसकी भरपाई लोगों को अपनी जान देकर चुकानी पड़ती है।