जमशेदपुर में टाटा स्टील की 27 साल पुरानी 110 मीटर ऊंची चिमनी को महज 11 सेकंड में ध्वस्त कर दिया गया. जीरो डिग्री पर चिमनी को धराशाई कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया. अधिकारियों ने बताया कि चिमनी को जीरो डिग्री अर्थात पूरी तरह लंबवत गिराया गया. दावा किया गया कि जीरो डिग्री पर चिमनी गिराने का यह वर्ल्ड रिकॉर्ड है. अभी तक चार डिग्री तक गिराने का ही रिकॉर्ड था. चिमनी का मलबा इधर-उधर नहीं गिरा. चिमनी जहां पर बनी थी, वहीं पर गिर गई.
1995 में बनाई गई थी यह चिमनी
टाटा स्टील के उपाध्यक्ष अविनाश गुप्ता ने बताया कि नोएडा में सुपरटेक के ट्विन टॉवर गिराने वाली कंपनी दक्षिण अफ्रीका की एडिफिस इंजीनियरिंग इंडिया स्पोर्टेड वाय जेट डिमोलिशन कंपनी ने कोक प्लांट के बंद पड़ी बैटरी नंबर- 5 की 110 मीटर लंबी चिमनी को 11 सेकेंड में गिराने में सफलता हासिल की. यह अपने आप में एक विश्व रिकॉर्ड है. जिस 110 मीटर ऊंची चिमनी को ध्वस्त किया गया है, उसका निर्माण टाटा कंपनी द्वारा 1995 में किया गया था.
नए प्लांट लगाने की योजना बना रही टाटा स्टील
बता दें, जमशेदपुर में स्थापित 100 वर्षों से भी ज्यादा पुरानी टाटा स्टील कंपनी समय के साथ पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए नई तकनीकों को अपनाने में जुटी है. इसी कड़ी में बंद कोक प्लांट की बैटरी नंबर- 5 की 110 मीटर ऊंची चिमनी को सुरक्षित महज 11 सेकंड में जमीदोंज कर दिया गया. चिमनी को ध्वस्त करने के लिए 48 किलो विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया. इस पूरी प्रक्रिया में करीब दो करोड़ रुपए का खर्च भी टाटा स्टील को वहन करना पडा.
चिमनी गिराने से पहले सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए
चिमनी गिराने के पहले कंपनी की ओर से काफी गहन अध्ययन भी किया गया था. इसकी सूचना कंपनी की ओर से पहले ही जिला प्रशासन, फैक्ट्री इंस्पेक्टर के कार्यालय को दे दी गई थी. टाटा स्टील की ओर से 110 मीटर ऊंची चिमनी को ध्वस्त करने के पहले सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे. चिमनी गिराने से पहले सेफ्टी टीम की ओर से चिमनी के आसपास के क्षेत्र को खाली करा दिया गया था, ताकि कोई नुकसान न हो. सारे इंतजाम के बाद 11 सेकेंड में ही इसे सफलतापूर्वक ध्वस्त कर दिया गया.