धनबाद: आईआईटी आईएसएम के मेन हॉल में आयोजित 43वें दीक्षांत समारोह में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए. इस अवसर पर झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन, मंत्री बन्ना गुप्ता और बोर्ड ऑफ गवर्नेंस के अध्यक्ष और संस्थान के निदेशक भी मौजूद रहे. उपराष्ट्रपति ने मंच से 39 गोल्ड मेडलिस्ट छात्रों को मेडल और डिग्री प्रदान की. उन्होंने मेडल प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों से उनकी भविष्य की इच्छाओं के बारे में भी जानकारी ली. उपराष्ट्रपति ने मंच से छात्रों का हौसला बढ़ाया.
‘देश का विकास सुनिश्चित करना आपकी जिम्मेदारी’: अपने संबोधन में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने छात्रों से कहा कि आप सभी ने आईआईटी आईएसएम धनबाद जैसे महान संस्थान से पढ़ाई की है. आज आपने जो डिग्री हासिल की है वह सिर्फ आपकी शैक्षणिक प्रगति का प्रमाण नहीं है, यह आपके समर्पण, दृढ़ता और क्षमता का प्रतीक है. इसी क्षमता के साथ आपको देश की प्रगति में अपना पूरा योगदान देना है. अब इस देश का विकास सुनिश्चित करना आपकी जिम्मेदारी है.
इससे पहले सुबह शैक्षणिक शोभा यात्रा के साथ दीक्षांत समारोह की औपचारिक शुरुआत हुई. चार सत्रों में हुए दीक्षांत समारोह में 1249 छात्र-छात्राओं को डिग्रियां प्रदान की गईं. डिग्री लेने के लिए छात्र-छात्राएं भारतीय परिधान में मंच पर पहुंचे. वर्ष 2023 बैच के 1919 विद्यार्थियों में से 1249 विद्यार्थियों ने दीक्षांत समारोह के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है.
39 विद्यार्थियों को दिये गये मेडल: इस दौरान आईआईटी आईएसएम धनबाद में एक को प्रेसिडेंट गोल्ड मेडल , 15 को सिल्वर मेडल, 19 को स्पॉन्सर मेडल और 9 को बेस्ट थीसिस अवार्ड दिया गया. कुल 1919 छात्रों को डिग्री दी गई. इनमें मास्टर ऑफ टेक्नोलॉजी के 311, बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी के 806, बी.टेक और एम.टेक के 20, एमबीए के 69, मास्टर ऑफ साइंस के 145, मास्टर ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के 95 और इंटीग्रेटेड मास्टर ऑफ टेक्नोलॉजी के 66 छात्र शामिल हैं