बिहार में आज नीतीश कुमार-तेजस्वी यादव की महागठबंधन सरकार ने भारी बहुमत के साथ विश्वास मत प्राप्त कर लिया। विश्वास मत का प्रस्ताव पेश करने के बाद नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव सहित सत्ता पक्ष के कई अन्य नेताओं ने भाजपा और केंद्र पर जमकर हमला बोला।
जिसका भाजपा के विधायकों ने जवाब भी दिया। इस दौरान सत्ता पक्ष और विपक्षी विधायकों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी चला। अंत में बहुमत होने के बावजूद सत्ता पक्ष ने मतदान करने की मांग की। जिसका बीजेपी के विधायकों ने यह कहते हुए विरोध किया कि जब ध्वनिमत से विश्वास का प्रस्ताव पास हो गया है तो वोटिंग की क्या जरूरत है। लेकिन इसके बाद भी वोटिंग हुई। जिसे देख बीजेपी विधायकों ने वोटिंग का बहिष्कार करते हुए सदन से वॉकआउट किया।
26 अगस्त को होगा अगले स्पीकर का चुनाव
फ्लोर टेस्ट से पहले बीजेपी नेता और विधानसभा स्पीकर विजय कुमार सिन्हा ने अपने पद से इस्तीफा दिया। वो मंगलवार तक इस्तीफा नहीं देने पर अड़े थे। जिसका जदयू ने विरोध किया था। स्पीकर के इस्तीफे के बाद डिप्टी स्पीकर ने फ्लोर टेस्ट करवाया। फ्लोर टेस्ट के बाद यह भी जानकारी दी गई कि 26 अगस्त को बिहार विधानसभा के अगले स्पीकर का चुनाव होगा।
नीतीश कुमार ने बीजेपी पर जमकर बोला हमला
फ्लोर टेस्ट के दौरान नीतीश ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि यह अपने फायदे के लिए हिंदू-मुसलमान कराते हैं। बीजेपी से गठबंधन तोड़ने के बाद सभी विपक्षी दलों ने उनको फोन किया था और कहा था कि मैंने ठीक किया। नीतीश ने कहा कि हमने विपक्षी नेताओं से कहा कि 2024 में मिलकर चुनाव लड़ेंगे।
नीतीश कुमार ने कहा कि आजकल सिर्फ केंद्र सरकार का प्रचार होता है। नीतीश ने कहा कि उन्होंने पटना यूनिवर्सिटी को केंद्रीय यूनिवर्सिटी बनाने की मांग रखी थी, लेकिन उसको नहीं माना गया। नीतीश ने कहा कि बिहार में केंद्र सरकार की वजह से सड़कें नहीं बनी हैं। बल्कि बिहार में 8 साल पहले से भी सड़कें थीं। लेकिन बताया जाता है कि सारा काम केंद्र ने ही कराया।