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तुर्की में महाविनाश, मलबे में जिंदगी तलाश रहे लोग, अब तक 640 की मौत

तुर्की में जब लोग चैन की नींद सो रहे थे, तब कुदरत ने ऐसा कबर बरपाया कि चंद सेकंड में सब बर्बाद हो गया. तुर्की में भूकंप आया. इमारतें ताश के पत्ते की तरह ढह गईं. लोग मलबे के नीचे दब गए. चीख पुकार मच गई. लहुलुहान हालत में लोग अपनों को तलाशने लगे. सबकुछ समझ से परे था. मानों जैसे प्रलय आ गई हो. भूकंप से अबतक करीब 600 लोगों की जान जा चुकी है, वहीं हजारों लोग घायल हैं. भूकंप से हुई भीषण तबाही की गवाह हैं

7.8 तीव्रता का भूकंप दक्षिणी तुर्की शहर गजियांटेप के पास आया. सबसे ज्यादा तबाही इसी शहर में हुई है. तुर्की के अलावा सीरिया में कम से कम 237 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है. वहां, घायलों की संख्या 600 से ज्यादा है.

भूकंप से मरने वाले लोगों की संख्या हर मिनट बढ़ रही है. एजेंसियों ने आशंका जताई है कि शाम तक मरने वाले लोगों की संख्या एक हजार के पार हो सकती है, क्योंकि बचावकर्मी अब भी प्रभावित इलाकों में मलबे में फंसे लोगों की तलाश में जुटे हैं

आंशिक रूप से ढह गई इमारतों के अंदर फंसे लोग और सड़क पर मौजूद लोग मदद की गुहार लगाते नजर आए. कुछ लोग और बच्चे खून से लथपथ दिखे.

भूकंप के झटके काहिरा तक महसूस किए गए. इसका केंद्र सीरियाई सीमा से करीब 90 किलोमीटर दूर में गजियांतेप शहर के उत्तर में था.

बड़ी बात यह है कि एक बार भूकंप आने के बाद करीब 6 बार झटके महसूस किए गए. बचाव कर्मियों और सरकार ने लोगों से इमारतों में जाने से मना किया है.

‘सीरियन सिविल डिफेंस’ ने लोगों से इमारतों से बाहर खुले स्थान पर रहने को कहा है. भूकंप ऐसे समय में आया है, जब पश्चिम एशिया बर्फीले तूफान की चपेट में है जिसके बृहस्पतिवार तक जारी रहने के आसार हैं.

दियारबाकिर और उस्मानिया में भी लोग हताहत हुए हैं, लेकिन आधिकारिक संख्या का पता नहीं चल सका है. स्थानीय सरकार ने चौथे स्तर का अलर्ट स्थापित किया है, यह एक ऐसा अलार्म है, जिसमें अंतरराष्ट्रीय सहायता शामिल है.

भूकंप के बाद अस्पताल लोगों से भर गए हैं. बेड्स कम पड़ गए हैं. लोग जमीन पर लेट गए हैं. कई लोग गोद में बच्चा लिए इलाज के लिए अपनी बारी का इंतजार करते नज़र आए.

इस्तांबुल और अंकारा से पूर्वी तुर्की के लिए उड़ानें इस्तांबुल में हवा, बारिश और हिमपात और अंकारा में भारी बर्फबारी के कारण रद्द कर दी गई हैं.एक चश्मदीद ने बताया कि मैंने 40 सालों में ऐसा कभी महसूस नहीं किया है. उसने कहा कि भूकंप इतना तेज था कि पूरी इमारत झूले की तरह हिल रही थी.

तुर्की दुनिया के सबसे सक्रिय भूकंप क्षेत्रों में से एक में स्थित है. 1999 में देश के उत्तर-पश्चिम में आए एक शक्तिशाली भूकंप में 17000 से ज्यादा लोग मारे गए थे

बीएनओ न्यूज के मुताबिक तुर्किए के आंतरिक मंत्रालय का कहना है कि शक्तिशाली भूकंप के बाद हाई अलर्ट जारी कर दिया है। सोशल मीडिया पर भी इसके कई वीडियो सामने आ रहे हैं। इन वीडियो में भूंकप से हो रहे नुकसान को साफ देखा जा सकता है।

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