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भविष्य में नहीं रहेगा हिंदुत्व, IIT दिल्ली की प्रोफेसर दिव्या द्विवेदी के बयान पर बवाल

सनातन धर्म पर दिए बयान को लेकर तमिलनाडु सीएम एमके स्टालिन के बेटे का मुद्दा अभी शांत भी नहीं हुआ था कि आईआईटी दिल्ली की एक प्रोफेसर ने हिंदुत्व पर विवादित टिप्पणी कर नया हंगामा खड़ा कर दिया है. सोशल मीडिया पर प्रोफेसर दिव्या द्विवेदी का एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है, जिसमें उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है कि भविष्य में हिंदुत्व नहीं रहेगा. उनके इस बयान के लेकर सोशल मीडिया पर एक वर्ग का गुस्सा सातवें आसमान पर है. लोगों ने उन्हें अरेस्ट करने की मांग की है.

प्रोफेसर दिव्या जी20 समिट पर एक विदेशी चैनल को इंटरव्यू दे रही थीं. इसी दौरान उन्होंने हिंदुत्व पर विवादित टिप्पणी की. वे आईआईटी दिल्ली में ह्यमैनिटिज एंड सोशल साइंसेज डिपार्टमेंट में एसोसिएट प्रोफेसर हैं. उन्होंने फ्रांस 24 से कहा, ‘दो तरह का भारत है. एक नस्ली जाति व्यवस्था वाला अतीत का भारत, जो बहुसंख्यक आबादी पर अत्याचार करता था. दूसरा भविष्य का भारत है, जिसमें जाति उत्पीड़न और हिंदुत्व नहीं होगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भविष्य का भारत सामने आने को बेताब है.

और क्या बोलीं प्रोफेसर दिव्या

फ्रांस के पत्रकार ने जब प्रोफेसर दिव्या से भारत के आर्थिक विकास पर चर्चा करते हुए उन्हें एक रिक्शावाले का उदाहरण दिया, तो इस पर प्रोफेसर ने कहा कि यह सब मीडिया द्वारा गढ़े किस्से भर हैं. पत्रकार ने उन्हें यह समझाने की कोशिश की थी कि पीएम नरेंद्र मोदी की डिजिटल इंडिया कैंपेन ने पूरी दुनिया से जुड़ने और बिजनेस बढ़ाने में मदद की है.

अब प्रोफेसर दिव्या की टिप्पणी को लेकर X पर तीखी प्रतिक्रियाएं दी जा रही हैं. लोगों का आरोप है कि उन्होंने सनातन धर्म का अपमान किया है. इसके साथ ही वैश्विक मंच पर भारत के खिलाफ नफरत फैलाने का काम कर रही हैं.

एक यूजर ने लिखा है, बेहद चौंका देने वाला! दिव्या द्विवेदी कहती हैं कि हिंदू धर्म को खत्म करना समय की मांग है. इसके साथ ही लिखा है, इससे भी बड़ी चिंता की बात यह है कि ये मोहतरमा आईआईटी दिल्ली में पढ़ाती हैं.

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