मार्केट में प्याज के दाम में बढ़ोतरी होने लगी है। इसी वजह से केंद्र सरकार ने प्याज के निर्यात पर 40 फीसदी इंपोर्ट ड्यूटी लगाने का फैसला किया, जिसके बाद से महाराष्ट्र में किसान और व्यापारी संगठनों की तरफ से नाराजगी जताई गई है। इस बीच महाराष्ट्र सरकार में मंत्री दादा भूसे की तरफ से बड़ा बयान दिया गया है। उन्होंने सोमवार को कहा कि अगर लोग दो से चार महीने तक प्याज नहीं खाएंगे तो कोई खास फर्क नहीं पडे़गा।
एकनाथ शिंदे सरकार में PWD मंत्री दादा भूसे ने कहा कि सरकार द्वारा प्याज के निर्यात इंपोर्ट ड्यूटी लगाने का फैसला उचित समन्वय के साथ लिया जाना चाहिए था। दादा भूसे ने कहा कि अगर आप 10 लाख रुपये के वाहन का इस्तेमाल कर सकते हैं तो आप रिटेल रेट से 10 रुपये या 20 रुपये महंगी सब्जी भी खरीद सकते हैं। जो लोग प्याज नहीं खरीद सकते, वो अगर दो-चार महीने तक इसे नहीं खाएंगे तो कोई फर्क नहीं पढ़ेगा।
इस दौरान उन्होंने यहा भी कहा कि कभी-कभी प्याज का भाव 200 रुपये प्रति क्विंटल हो जाता है तो कभी-कभी 2,000 रुपये प्रति क्विंटल हो जाता है। इसपर चर्चा की जा सकती है और कोई ऐसा समाधान निकाला जा सकता है, जिससे सभी सहमत हों।
नासिक में व्यापारियों ने थोक ब्रिकी रोकी
इससे पहले सोमवार को व्यापारियों ने नासिक में प्याज की थोक बिक्री पर रोक लगा दी। जहां थोक बिक्री बंद की गई, उसमें भारत का सबसे बड़ा थोक प्याज बाजार लासलगांव भी शामिल है। नासिक जिले के प्याज व्यापारियों का कहना है कि जब तक सरकार अपने फैसले को वापस नहीं लेगी थोक बिक्री बंद रहेगी। इंपोर्ट ड्यूटी लगाने के सरकार के फैसले के विरोध में कई जगहों पर प्रदर्शन देखने को मिला है।
फडणवीस बोले- गृह मंत्री से की बात
महाराष्ट्र सरकार में डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को ट्वीट कर गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल से बातचीत की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सरकार ने 2 लाख मेट्रिक टन प्याज खरीदने का फैसला किया है। उन्होंने आगे कहा कि केंद्र ने घोषणा की है कि महाराष्ट्र के प्याज उत्पादकों के हित के लिए नासिक और अहमदनगर में विशेष खरीद केंद्र स्थापित किए जाएंगे। यहां 2410 रुपये प्रति क्विंटल पर प्याज खरीदी जाएगी। यह हमारे राज्य के प्याज उत्पादकों के लिए बड़ी राहत होगी।