पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बृहस्पतिवार को राज्य के विधायकों के वेतन में 40 हजार रुपये प्रति माह की वृद्धि की घोषणा की। खास बात है कि मुख्यमंत्री के वेतन में कोई संशोधन नहीं किया गया है। ममता का कहना है कि लंबे अरसे से वो वेतन ले ही नहीं रही हैं। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल विधानसभा के विधायकों का वेतन दूसरे राज्यों के मुकाबले काफी कम है। इसलिए यह फैसला किया गया है कि उनके वेतन में 40 हजार रुपये प्रतिमाह की वृद्धि की जाएगी।
पश्चिम बंगाल विधानसभा ने बंगाली नव वर्ष पोलिया बैसाख को राज्य दिवस के रूप में मनाने का एक प्रस्ताव बृहस्पतिवार को पारित किया। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सदन में कहा कि राज्य के राज्यपाल इस प्रस्ताव को मंजूरी दें या नहीं, इस दिन को बंगाल दिवस के रूप में मनाया जाएगा।
पोलिया बैसाख से जुड़े प्रस्ताव का बीजेपी ने किया विरोध
पश्चिम बंगाल के 294 सदस्यीय सदन में 167 सदस्यों ने इसके पक्ष में मतदान करते हुए प्रस्ताव पारित किया। भाजपा के 62 विधायक 20 जून को राज्य दिवस के रूप में मनाना चाहते हैं। इस दिन बंगाल विधानसभा ने विभाजन के पक्ष में मतदान किया था। इन विधायकों ने आज प्रस्ताव के खिलाफ वोट डाला। आईएसएफ ने मतदान में भाग नहीं लिया।
विधानसभा में नियम 169 के तहत एक प्रस्ताव पेश किया गया, जिसमें पोइला बैसाख को बांग्ला दिवस के रूप में मनाने और नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ टैगोर के बांग्लार माटी, बांग्लार जॅल (बंगाल की मिट्टी, बंगाल का पानी) को राज्य गीत बनाने का प्रस्ताव किया गया है। बनर्जी ने कहा कि वो रवींद्रनाथ टैगोर के बांग्लार माटी बांग्लार जॅल को बंगाल का आधिकारिक गीत बनाने के प्रस्ताव का समर्थन करती हैं।
ध्यान रहे कि बंगाल के लोग 20 जून को पसंद नहीं करते हैं। यह दिन हिंसा और रक्तपात का पर्याय है। ये विभाजन को राज्य स्थापना दिवस के रूप में चिह्नित करता है। ममता बनर्जी ने हाल ही में कहा था कि केंद्र का राज्य के स्थापना दिवस के रूप में 20 जून का दिन चुनना गलत है।