देश में ईंधन के दामों में वृद्धि से आम जनता परेशान है। इस बीच केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का पेट्रोल को लेकर दिया एक बयान काफी चर्चा में हैं। दरअसल उन्होंने बीते गुरुवार को कहा कि आने वाले पांच सालों में पेट्रोल का इस्तेमाल बंद हो जाएगा। इस तर्क के साथ उन्होंने बायो-एथेनॉल का उदाहरण दिया, जिसे महाराष्ट्र के विदर्भ जिले में बनाया जा रहा है। इसका इस्तेमाल वाहनों में किया जाएगा।
बता दें कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि अगले पांच सालों में देश से पेट्रोल को खत्म कर दिया जाएगा। इसपर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि विकल्प के तौर पर ग्रीन हाइड्रोजन का भी उपयोग किया जा सकता है। जिसे गहरे कुएं के पानी से बनाया जा सकता है और यह लोगों को 70 रुपये प्रति किलो में बेचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में दुपहिया और चौपहिया वाहन ग्रीन हाइड्रोजन, एथेनॉल व सीएनजी से चलेंगे।
ईंधन के दामों में लगातार हो रही वृद्धि के बीच नितिन गडकरी का यह बयान काफी चर्चा में है। गडकरी को बीते गुरुवार महाराष्ट्र के अकोला में पंजाबराव देशमुख कृषि विद्यापीठ द्वारा डॉक्टर ऑफ साइंस (डीएससी) की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया। इस मौके पर उन्होंने यह बातें कही।
उन्होंने कहा कि ग्रीन हाइड्रोजन के इस्तेमाल से अगले पांच साल में देश से पेट्रोल खत्म किया जा सकेगा। इसके साथ ही गडकरी ने कहा कि किसान भविष्य में ऊर्जा प्रदाताओं के रूप में भी अपना योगदान दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि देश का किसान केवल गेहूं, चावल, मक्का लगाने से अपना भविष्य नहीं बदल सकता है। आने वाले सालों में किसानों को ऊर्जा दाता बनने की जरूरत है।
गडकरी ने कहा कि एथेनॉल मिश्रित तेल बेचने से किसानों-चीनी मिलों को मुनाफा हो रहा है। इसके चलते पिछले साल 20 हजार करोड़ रुपए की बचत हुई है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रदूषण बढ़ाने में डीजल-पेट्रोल अहम सहायक हैं, इससे पर्यावरण में बैलेंस खराब होता है। लेकिन ग्रीन हाइड्रोजन, एथेनॉल, सीएनजी पर्यावरण अनुकूल ईंधन हैं।