अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने की घटना ने केदारनाथ आपदा की यादें ताजा कर दी हैं। 8 जून 2022 को हुए हादसे में अब तक 16 लोगों की जान जाने की खबर आ चुकी है। बताया जा रहा है कि बादल फटने से कई कैंप और तंबू इस जल सैलाब में बह गए। बचाव कार्य तेजी से जारी है। यात्रा स्थगित कर दी गई है और अब तक 15000 लोगों को बचाया जा चुका है।
बता दें, इसके पहले जून 2013 में उत्तराखंड के केदारनाथ मंदिर के पास बादल फटने से विनाशकारी बाढ़ के साथ-साथ भूस्खलन हुआ था। यह 2004 की सुनामी के बाद देश की सबसे बड़ी प्राकृतिक आपदा थी।
केदार घाटी में लोगों के शवों की तलाश कई महीनों तक जारी रही थी। सितंबर 2013 के अंत तक करीब 556 शव मिले थे। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश समेत कई पहाड़ी इलाकों में पहले भी बादल फटने की घटनाओं में सैकड़ों लोग मारे जा चुके हैं।