वडोदरा जिले के अग्निशमन विभाग ने सोमवार को एक तालाब से 30 वर्षीय व्यक्ति का शव बरामद किया। अधिकारियों के अनुसार, रविवार को जिले के पोर के पास सरार गांव के एक तालाब से उसे एक मगरमच्छ खींचकर ले गया था। वडोदरा पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह घटना रविवार शाम को हुई। उस समय दिलीप परमार अपने खेत से काम करके घर लौट रहे थे। रास्ते में दिलीप परमार अपना चेहरा धोने के लिए गाँव में हाल ही में हुई बारिश के कारण बने एक तालाब के पास रुके थे।
वडोदरा फायर ब्रिगेड की टीम ने चलाया तलाश और बचाव अभियान
मृतक के परिवार के मुताबिक, पांच फुट लंबे मगरमच्छ ने दिलीप परमार पर हमला किया और उसे तालाब में खींच ले गया। मौके पर पहुंची वडोदरा फायर ब्रिगेड की टीम ने रविवार देर रात तक तलाश एवं बचाव अभियान चलाया, लेकिन परमार का पता नहीं चल सका। सोमवार की सुबह जैसे ही तलाशी अभियान फिर से शुरू हुआ फायर ब्रिगेड की टीम को दिलीप परमार का क्षत-विक्षत शव मिला। फायर ब्रिगेड वालों ने परमार के शव को वडोदरा पुलिस को सौंप दिया गया।
ओडिसा के केंद्रपाड़ा जिले में बीते 45 दिनों में चार लोग हुए मगरमच्छ के शिकार
दूसरी ओर ओडिसा के केंद्रपाड़ा जिले में बीते 45 दिनों में ब्राह्मणी नदी के आसपास के इलाके में मगरमच्छ के हमले में चार लोगों की जान जा चुकी है। ओडिसा के केंद्रपाड़ा जिला स्थित भितरकनिका राष्ट्रीय उद्यान में बड़ी संख्या में लुप्तप्राय मुहाने या खारे पानी के मगरमच्छ रहते हैं। इस साल जनवरी में आयोजित वार्षिक सरीसृप जनगणना के अनुसार, भितरकनिका राष्ट्रीय उद्यान और आसपास के इलाके में 1,793 खारे पानी के मगरमच्छों का घर है।
भारी बारिश के कारण गांव की नहर या तालाब में भी घुस आते हैं मगरमच्छ
इन इलाकों में बरसात के दिनों में आम तौर पर ऐसे हादसे होते हैं। जब लोग जानवरों के आवासीय इलाके में अतिक्रमण करते हैं। भारी बारिश और उच्च ज्वार (High Tide) के कारण मगरमच्छ गांव की नहर या तालाब में भी घुस आते हैं और ग्रामीणों पर हमला कर देते हैं। सरकार इससे बचने के लिए लोगों के बीच जागरूकता कार्यक्रम भी चलाती है। समय- समय पर अग्निशमन सेवा कर्मियों (Fire brigade) की ओर से मगरमच्छ को वापस जंगल में छोड़ने के लिए तलाश और बचाव अभियान भी चलाया जाता है।