केंद्र सरकार द्वारा सेना में भर्ती के लिए लाई गई अग्निपथ योजना का देश के कई हिस्सों में विरोध देखा जा रहा है। युवाओं का कहना है कि अगर सरकार को पेंशन में कटौती करनी है तो नेताओं का करे, जिनकी मोटी तनख्वाह है। मेहनत करने वालों का क्यों पेंशन काट रही है सरकार। बता दें कि इस विरोध का असर बिहार और देश के अलग- अलग सूबों में बड़े स्तर पर देखा जा रहा है।
बता दें कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। जो बिहार के बक्सर का है। इसमें एक युवा अपनी समस्याओं के बारे में कहते दिख रहा है कि अगर सरकार को पेंशन काटना है तो 2-3 लाख सैलरी लेने वाले मंत्रियों की पेंशन काटे।
एक अन्य युवा ने इस योजना को लेकर कहा, “अगर पेंशन काटनी है तो मोटी रकम उठाने वाले नेताओं की काटिए। इस देश का युवा सुरक्षित नहीं है। इन लोगों को क्या पता कि मेहनत क्या होता, अगर देखना है तो गांव में जाकर फील्ड में देखिए।”
छात्र ने अपनी समस्या बताते हुए कहा कि एक मध्यवर्गीय मां-बाप अपना खून पसीने की कमाई से अपने बेटे को पढ़ाकर, सेना में भेजने का सपना देखते हैं। लेकिन ये लोगों का जो मन होता है, वो कानून बना देते हैं। यह देश किसी के बाप का नहीं है। जितना अधिकार मोदी योगी या किसी का है, उतना ही हमारा है। युवाओं का कहना है कि जबतक हमारी बात नहीं सुनी जाएगी तो हमारा आंदोलन जारी रहेगा।
वहीं बिहार के जहानाबाद में भी कई युवाओं ने सेना में अग्निपथ योजना को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। जहानाबाद में एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “हम कड़ी मेहनत करने के बाद सेना में भर्ती होते हैं। PM निर्णय ले रहे हैं कि 4 साल की नौकरी होगी। किस हिसाब से 4 साल की नौकरी होगी क्योंकि 8 महीने की ट्रेनिंग और 6 महीने की छुट्टी होगी तो लगभग 3 साल में हम देश की क्या रक्षा करेंगे। यह निर्णय वापस लेना होगा।”