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400 करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग में एम3एम प्रमोटर गिरफ्तार, करोड़ों की संपत्ति जब्त

इंफोर्समेंट डायरेक्ट्रेट ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट यानी पीएमएलए के एक मामले में रियल एस्टेट फर्म एम3एम के प्रमोटर रूप बंसल को गिरफ्तार किया है. यह गिरफ्तारी ईडी द्वारा दिल्ली और गुरुग्राम में रियल एस्टेट डेवलपर्स आईआरईओ ग्रुप और एम3एम ग्रुप के सात स्थानों पर तलाशी अभियान चलाने के बाद की गई है. अधिकारियों के अनुसार, फर्मों के खिलाफ कथित रूप से डायवर्ट करने, गबन करने और धन की हेराफेरी करने के लिए जांच की गई थी. ईडी ने आईआरईओ ग्रुप और एम3एम ग्रुप द्वारा 400 करोड़ रुपये से अधिक की मनी लॉन्ड्रिंग का पता लगाया है.

400 करोड़ रुपये का खेल
आईआरईओ ग्रुप के खिलाफ कई एफआईआर दर्ज की गई हैं, जिसकी वजह से ईडी को मामले की जांच शुरू की. जांच एजेंसी ने यह भी आरोप लगाया है कि एम3एम ग्रुप के माध्यम से बड़ी मात्रा में सैकड़ों करोड़ रुपये की हेराफेरी की गई. केंद्रीय एजेंसी ने कहा कि ईडी द्वारा की गई जांच से पता चला है कि एक ट्रांजेक्शन में एम3एम ग्रुप ने आईआरईओ ग्रुप से मल्टीपल लेयर्स में कई शेल कंपनियों के माध्यम से लगभग 400 करोड़ रुपये लिए. यह ट्रांजेक्शन आईआरईओ ग्रुप की बुक्स में डेवलपमेंट राइट्स के रूप में दिखाया गया था.

ऐसे शुरू हुआ 400 करोड़ रुपये का खेल
ईडी ने कहा कि एक जमीन एम3एम ग्रुप के पास थी और और जमीन का मार्केट प्राइस करीब 4 करोड़ रुपये था. एम3एम ग्रुप ने शुरू में 10 करोड़ रुपये के भुगतान के लिए उस लैंड के डेवलपमेंट राइट्स पांच शेल कंपनियों को बेच दिए. यह दावा किया गया था कि पांचों अनरिलेटिड कंपनियां हैं. जांच से पता चलता है कि पांच शेल कंपनियां एम3एम ग्रुप की थीं. इसके बाद पांच शेल कंपनियों ने कथित तौर पर उसी जमीन के डेवलपमेंट राइट्स आईआरईओ ग्रुप को लगभग 400 करोड़ रुपये में बेच दिए.

बंसल बंधु के इशारे पर चल रही थी शेल कंपनियां
एजेंसी ने कहा कि आईआरईओ ग्रुप से 400 करोड़ रुपये की राशि प्राप्त करने के बाद, शेल कंपनियों ने कई लेयर्स का यूज करने हुए उस अमाउंट को तुरंत एम3एम ग्रुप को ट्रांसफर कर दिया. जांच एजेंसी के अनुसार सभी शेल कंपनियों का स्वामित्व और संचालन एम3एम ग्रुप द्वारा इसके प्रमोटर्स बसंत बंसल और रूप कुमार बंसल और उनके परिवार के सदस्यों के निर्देशन में किया गया था. इस तरह आईआरईओ और एम3एम ने इंवेस्टर्स/कस्टमर्स और कंपनी के लगभग 400 करोड़ रुपये की हेराफेरी की. इन पैसों का इस्तेमाल एम3एम ने दूसरे इंवेस्टमेंट और उधार चुकाने में किया.

करोड़ों की संपत्ति जब्त
ईडी ने आरोप लगाया कि आईआरईओ ग्रुप ने जमीन को विकसित करने के लिए कोई प्रयास नहीं किया और हर साल निवेश को बट्टे खाते में डालना शुरू कर दिया. तलाशी के बाद, एजेंसी ने 60 करोड़ रुपये से ज्यादा की 17 हाई एंड लक्जरी कार जिसमें फेरारी, लेम्बोर्गिनी, लैंड रोवर, रोल्स रॉयस, बेंटले, मर्सिडीज मेबैक, आदि शामिल हैं जब्त की हैं. इनके अलावा 5.75 करोड़ रुपये की ज्वेलरी, 15 लाख रुपये कैश औार आपत्तिजनक डॉक्युमेंटस भी जब्त किए हैं.

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